मंगलवार, 1 जनवरी 2008

ओशो का संदेश

मेरा संदेश छोटा सा है:

आनंद से जीओ। और जीवन के समस्त रंगों को जीओ।
कुछ भी निषेध नहीं करना है। जो भी परमात्मा का है,शुभ है।
जो भी उसने दिया है ,अर्थपूर्ण है।
उसमें से किसी चीज़ का इनकार करना ,
परमात्मा का ही इनकार है,
नास्तिकता है।
- ओशो
साभार : (ओशो वर्ल्ड दिसंबर,2007 )

1 टिप्पणी:

जानकी ने कहा…

क्या इसे जीवन में अपनाया है आपने?