वशिनी.अस्मि

मैं क्या हूँ /जन्म लेना और पलना मेरे हाथ में नहीं था / पर खूब प्यार से पली /कोई दुख -दर्द नहीं /एक प्रेमिल मन के हाथों आँचल इतना भरा कि सब कुछ भीग गया /लिखना कम पढना अधिक /साहित्य से अच्छे पाठक का नाता बना रहा / अभी भी बना हुआ है/ नारी मन को समझने का प्रयास मात्र /और क्या --

मंगलवार, 8 अप्रैल 2008

vashini at Golden Gate

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मेरे बारे में

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vashini sharma
जन्म् स्थान - कर्नाटक(हल्लीखेड),शिक्षा-हैदराबाद(आ.प्र.)एम.ए.(हिंदी,भाषा विज्ञान)पी एच.डी-(भाषाविज्ञान),(आगरा,वि.वि.)उ.प्र. विशेषज्ञता -बालभाषाविकास,वाकचिकित्सा,भाषाप्रौद्योगिकी,ई-लर्निंग,मीडिया
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